घरेलू नौकर और चुगली
कुछ दिन पहले मार्किट में एक जानकार मिल गई. बाते करते हुए वो बोली कि वो भी उसी तरफ जा रही हैं मुझे ड्राप कर देगीं. मै मना न कर सकी. कार ड्राईवर चला रहा था और सारे रास्ते कभी वो अपनी सास की तो कभी अपनी ननदों की बुराई करती रही. बीस मिनट का रास्ता मुझे दो घंटे का लगा, मेरे असहज होने की दो वजह थी एक तो उनका बुराई करना और दूसरा कार चालक भी सुन रहा होगा. वो भी क्या सोचता होगा अपनी मालकिन के बारे में. मैने एक बार उन्हे इशारा किया कि ड्राईवर सुन रहा है बाद मे बात कर लेंगें पर मेरी बार अनसुनी कर दी गई और बोलती ही रही.
एक अन्य पडोसन काम वाली बाई के साथ आधा आधा घंटा बतियाती रहती है. सभी घरों का इतिहास खंगालने के बाद चाय पानी पिला कर उसे विदा करती है और ये रोज की बात है. वही एक अन्य महिला सब्जी वाले से सारी बाते करती है. अरे!! आप सब्जी लो और जाओ पर नही ..वो तो उसे ये तक बता देती है कि आज सब्जी नही लेंगें. हफ्ते के लिए बाहर जा रहे हैं. किसी के समझाने पर नही उसे तब समझ आया जब घर पर चोरी हो गई.
आज माहौल ऐसा नही है. समय बहुत बदल गया है. चाहे मालिश करने वाला हो,काम वाली बाई हो, माली हो या घरेलू नौकर अपने दुखडे उनके आगे न रोए तो बेहतर….. अपनापन दिखाए और प्यार से रखे पर अपने ही परिवार के सदस्यों की बुराई उनसे न करें … क्योकि एक बार उन्हें भनक लग गई ना तो वो उसका भरपूर फायदा उठा सकते हैं बेशक अपवाद भी हैं पर बहुत कम इसलिए बहुत समझ कर रहने की आवश्यकता है … वैसे आप तो ऐसे नही होंगें … अगर हैं तो जरा नही बहुत सोचने की दरकार है… बाकि आप खुद भी समझदार हैं … है ना !!!
घरेलू नौकर और चुगली कैसा लगा ??? जरुर बताईगा !!! यदि आपका कोई अनुभव भी हमसे सांझा करना चाहे तो भी आपका स्वागत है !!
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