क्लिक करिए और सुनिए दो मिनट और 37 सैकिंड का स्वच्छता पर ऑडियो स्वच्छता का महत्व और हमारी जागरुकता – ऑडियो धरती को रहने लायक कैसे बना जाए ? क्या वाकई में स्वच्छता अभियान में हमारा कोई योगदान हो सकता है ? या फिर दान पुण्य के नाम पर गंदगी फैलाना ही जायज है…!! हास्य […]
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क्लिक करिए और सुनिए स्वच्छता अभियान पर 4 मिनट और 35 सैकिंड की ऑडियो… मेरा अनुभव स्वच्छता अभियान और मेरे मन की बात बात स्वच्छता अभियान के दौरान की है. जब गांव गांव जाकर लोगों को जागरुक किया जा रहा था.लोगो को समझाया जा रहा था कि खुले मे शौच नही जाओ आसान नही था […]
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स्वच्छता के नारे
स्वच्छता हम सभी के लिए बेहद जरुरी है जानते हैं हम सब पर फिर भी मानते नही है और गंदगी फैलाए चले जाते हैं. ये कहना भी सही नही है कि गंदगी गांव के असभ्य और अनपढ लोग फैलाते हैं.
गंदगी पढे लिखे लोग भी बराबर की ही फैलाते हैं. हैरानी की बात तो तब हुई जब गांव के लोगों मे स्वच्छता की अलख जगाई गई उन्हें खुले मे शौच जाने से होने वाली बीमारियों के बारे मॆं बताया गया तो ना सिर्फ उन्होने घर में शौचालय बनवाया बल्कि दूसरों को भी प्रेरित करने के लिए नारे भी बना दिए.
ये स्वच्छता के नारे बनाए हैं हरियाणा में जिला सिरसा के गांव वालो ने … और स्वच्छता को एक नया आयाम दिया …
नारे स्वच्छता अभियान के
गाँव वालों ने तो स्वच्छता अभियान को नर्इ दिशा देने के लिए ढ़ेरों नारे बना दिए।
• मूँगफली में गोटा, छोड़ दो लोटा।
• ना जिलें में, न स्टेट में, सफार्इ सारे देश में
• 1-2-3-4, कुर्इ खुदवा लो मेरे यार
• सफार्इ करना मेरा काम, स्वच्छ रहें हमारा गाँव।
• सुन ले सरपंच, सुन ले मैम्बर, कुर्इ खुदवा लें घर के अंदर
• बच्चें, बूढ़े और जवान, सफार्इ का रखो ध्यान
• आँखों से हटाओ पटटी, खुले में न जाओ टटटी
• खुले में शौच, जल्दी मौत
• सफार्इ है जहाँ, पढ़ार्इ है वहाँ
• गाँव-2 में जाना है, गंदगी को दूर भगाना है।
• नक्क तै मक्खी बैन नी देनी, खुल्ले में टट्टी रहन नी देनी
• लोटा बोतल बंद करो, शौचालय का प्रबन्ध करों।
• मेरी बहना मेरी माँ, खुले में जाना ना ना ना….
• सफार्इ का रखो पूरा ध्यान
गाँव को बना लो निर्मल ग्राम
• स्वच्छता है जहाँ, जिन्दगी है वहाँ
• खुले में शौच नही जाना है
गाँव को निर्मल बनाना है
• सफार्इ है जहाँ, खुदार्इ है वहाँ
• ताऊ बोला तार्इ से, सबसे बड़ी सफार्इ सै
• साफ पानी पीऐंगे
सुरक्षित जीवन जीऐंगें
• बच्चें, बूढ़े और जवान
खुले में शौच से सब परेशान
• जब गंदगी को जड़ से मिटाऐगें
तभी अच्छे नागरिक को कहलाऐगें
• मिल जुल कर छोडो़ चिंगारी
स्वच्छ हो जाए दुनिया सारी
• खुले में शौच, पिछड़ी हुर्इ सोच
• हर गाँव में ज्योति जगाऐंगें
देश को स्वच्छ बनाऐेंगें
• पिछला जमाना बीत गया, अब नया सवेरा आया है
हर घर में शौचालय हो यही समझ अब लाया हैं
महात्मा गांधी भी स्वच्छता पर जोर देते रहे और पंडित नेहरु भी स्वच्छता की अहमियत जनता को समझाते रहे.
महात्मा गाँधी
स्वच्छता स्वतंत्रता से भी महत्वपूर्ण है
स्वच्छता में ही र्इश्वर का वास होता है
पं0 जवाहर लाल नेहरू
जिस दिन हम सबके पास अपने प्रयोग के लिए एक शौचालय होगा मुझे पूर्ण विश्वास है कि उस दिन देश अपनी प्रगति की चरम सीमा पर पहुँच चुका होगा।
स्वच्छता
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